देश में भारी बारिश और बाढ़ के हालातों के बीच तेजी से आई फ्लू का कहर बढ़ रहा है। तमाम राज्यों के लोग बड़ी तादात में इस बीमारी की चपेट में आ गए हैं। बता दें कि आई फ्लू के खतरे को देखते हुए कई राज्यों के स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है। इस फ्लू की चपेट में सबसे ज्यादा बच्चे आ रहे हैं। आई फ्लू के कारण सभी लोगों की चिंता बढ़ गई है। मेडिकल भाषा में आई फ्लू को कंजक्टिवाइटिस कहा जाता है।
आई फ्लू से संक्रमित होने पर आंखें लाल हो जाती हैं और उनमें खुजली होने लगती है। आंखों से पानी बहने के साथ ही रोशनी से समस्या होने लगती है। वहीं कई लोगों की आंखों में सूजन भी हो जाती है। आई फ्लू के बढ़ते कहर के बीच लोगों के बीच यह बात तेजी से फैल रही है कि इस फ्लू के संक्रमित व्यक्ति की आंखों में देखने से आई फ्लू फैल सकता है। लेकिन इस बात में कितनी सच्चाई है, यह हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बताने जा रहे हैं।
आई स्पेशलिस्ट के अनुसार, आई फ्लू एक वायरल इंफेक्शन होता है। जो इस समय तेजी से फैल रहा है। संक्रमण की वजह से यह वायरस फैलता है। इस इंफेक्शन के कारण आंखों में परेशानी होने लगती है और आंखें लाल हो जाती हैं। आई फ्लू में व्यक्ति की आंखों से फ्लूड निकलना, आंखों में खुजली होना, सूजन आना, आंखे लाल होना और लाइट सेंसिटिविटी जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
हालांकि आई स्पेशलिस्ट के अनुसार, यह वायरस आंखों के लिए खतरनाक नहीं होता है। यह वायरस 1-2 सप्ताह में अपने आप ही सही हो जाता है। आई फ्लू होने से लोगों के विजन में कोई समस्या नहीं होती है। लेकिन कई बार इस वायरस की वजह से देखने में टेंपरेरी समस्या हो सकती है। लेकिन विजन समय के साथ ही ठीक हो जाता है। आई स्पेशलिस्ट की मानें तो यह एक सेल्फ लिमिटिंग इंफेक्शन है। इस वायरस को लेकर ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है।
कैसे फैलता है आई फ्लू
प्राप्त जानकारी के मुताबिक संक्रमित व्यक्ति की आंखें देखने से दूसरे व्यक्ति को आई फ्लू नहीं हो सकता है। यह वायरस देखने से फैलता है, यह एक बहुत बड़ी गलतफहमी है। आमतौर पर यह वायरस आई फ्लू सर्फेस से फैलता है। अगर आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति कहीं पर हाथ लगाता है और उसी जगह के संपर्क में आने वाला अन्य व्यक्ति अपनी आंखों पर लगाता है। तो आई फ्लू वायरस फैल जाता है।
आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति की बेडशीट, तकिया, तौलिया या अन्य पहनने वाले कपड़ों को छूने से आंखों का संक्रमण फैलता है। इस संक्रमण से बचने के लिए लोगों को अपने हाथों की अच्छे से सफाई करनी चाहिए साथ ही आखों को बार-बार छूने से बचना चाहिए।
ऐसे करें बचाव
आई स्पेशलिस्ट की मानें तो आई फ्लू से संक्रमित होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। यह संक्रमण एक-दो हफ्ते में अपने आप ठीक हो जाता है। इस संक्रमण को सही करने से किसी टैबलेट या दवा की जरूरत नहीं होती है। लेकिन अगर आपको आंखों में ज्यादा इरिटेशन हो रही है तो आप डॉक्टर की सलाह पर आर्टिफिशियल टीयर और लुब्रिकेंट आई ड्रॉप का उपयोग कर सकते हैं। इस दौरान लापरवाही बिलकुल भी न बरतें और समस्या ज्यादा होने पर डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।