मोदीनगर के सबसे ज्वलंत मुद्दे शत्रु संपत्ति को लेकर प्रभावितों ने आरपार की लड़ाई का ऐलान करते हुए आंदोलन शुरू कर दिया है। हजारों की संख्या में प्रभावित शुक्रवार को दिल्ली-मेरठ मार्ग पर पैदल मार्च करते हुए तहसील मुख्यालय पहुंचे और यहां शासन प्रशासन पर जमकर भड़ास निकालते हुए जोरदार नारेबाजी की और हंगामा किया। वक्ताओं ने कहा कि धरती हमारी माता है और माता को शत्रु घोषित करने की बात कही। बेमियादी धरना शुरू कर दिया।
शत्रु संपत्ति जन संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हजाराें की संख्या में पुरूष और महिलाएं दिल्ली-मेरठ मार्ग पर सीकरी पेट्रोल पंप पर एकत्रित हुए। यहां से वह अपने हाथों में तख्तियां से लिए तेल मिल, फफराना रोड, बस स्टैंड, राज चोपला और गोविंदपुरी से होते जुलूस के रूप में तहसील मुख्यालय पहुंचे तथा वहां धरना शुरू कर दिया। धरने को संबोधित करते हुए मोर्चे के अध्यक्ष और किसान नेता बबली गुर्जर ने कहा कि इस बार शत्रु संपत्ति के मामले को लेकर आर पार की लड़ाई होगी और जब तक भूलेख से शत्रु संपत्ति को हटाया नहीं जाएगा तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
धरने को संबोधित करते हुए डॉ. पूनम गर्ग, दीपा त्यागी, सत्येंद्र तोमर, मनिंदर पहलवान, तिलकराज और देवव्रत धामा आदि ने कहा कि प्रशासन द्वारा गलत तरीके से शत्रु संपत्ति को घोषित किया गया है। ऐसा करके प्रशासन ने यहां रहने वाले पचास हजार से अधिक लोगों के साथ अन्याय किया है। इसलिए शत्रु संपत्ति को भूलेख से हटाकर उसमें वास्तविक जमीन मालिक के नाम दर्ज किए जाएं। बता दें कि प्रशासन ने करीब ढाई वर्ष पूर्व सीकरी खुर्द और उसके आसपास की कई कॉलोनियों की करीब 18 सौ बीघा जमीन को शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया गया था।