बिहार के सृजन घोटाले की मुख्य आरोपी रजनी प्रिया को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। रजनी की गिरफ्तारी गाजियाबाद में साहिबाबाद थाना क्षेत्र स्थित राजेंद्रनगर से हुई। इसके बाद उन्हें CBI कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने 2 दिन का ट्रांजिट रिमांड मंजूर किया है। जिसके बाद रजनी प्रिया को बिहार ले जाया गया है।
क्या है सृजन घोटाला?
अगस्त-2017 में भागलपुर (बिहार) के तत्कालीन डीएम आदेश तितरमारे के हस्ताक्षर से एक चेक बैंक हुआ। ये चेक सरकारी खाते का था। बैंक ने ये कहकर चेक वापस कर दिया कि सरकारी खाते में पैसे नहीं हैं। डीएम ने इस केस की जांच के लिए एक कमेटी बनाई। इसमें पता चला कि कई सरकारी विभागों की रकम सीधे विभागीय खातों में न जाकर ‘सृजन महिला विकास सहयोग समिति’ नाम के NGO के छह खातों में ट्रांसफर हो रही थी। इसलिए इसका नाम ‘सृजन घोटाला’ पड़ा। बिहार में इस घोटाले की शुरुआत साल-2003 में हुई थी, जब तत्कालीन डीएम केपी रमैया ने सभी सरकारी और गैर सरकाीर संस्थाओं को पत्र जारी करके इस एनजीओ के खाते में पैसे जमा कराने के लिए कहा था। जांच में पता चला कि इस तरह करीब 750 करोड़ रुपया गलत तरीके से एनजीओ के खाते में इकट्ठा हुआ था।