यूपी में एक बार फिर किसान 11 अगस्त को सड़कों पर उतरेंगे। भारतीय किसान यूनियन यूपी के सभी जिलों में ट्रैक्टर तिरंगा मार्च निकालने जा रही है। किसान जिलों में मुख्यालयों पर ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर इकट्ठा होंगे। जिन पर तिरंगे लगे होंगे। खेतीबाड़ी से जुड़ी तमाम समस्याओं पर कलेक्ट्रेट को ज्ञापन दिए जाएंगे। भाकियू (युवा) के प्रदेश अध्यक्ष अनुज सिंह ने साफ तौर पर कहा है कि पुलिस-प्रशासन हमारे किसानों के घरों पर फोर्स लगाने की कोशिश कदापि न करे, वरना ट्रैक्टरों का मुंह लखनऊ की तरफ होगा।
ये हैं किसानों के प्रमुख मुद्दे
- 14 दिन के अंदर गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं हुआ
- नलकूपों के बिजली बिल माफ नहीं हुए
- आवारा पशुओं की समस्या से कोई निजात नहीं
- फसलों की सिंचाई के लिए नहरों में पर्याप्त पानी नहीं
- एमएसपी को गारंटी कानून का दर्जा दिया जाए
- बाढ़ प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा मिले
गाजियाबाद में दुहाई से ट्रैक्टर मार्च, मेरठ में ऊर्जा भवन पर पंचायत
गाजियाबाद में ट्रैक्टर तिरंगा मार्च 11 अगस्त की सुबह गांव दुहाई से प्रारंभ होगा। किसानों को अपने-अपने ट्रैक्टर लेकर गांव दुहाई पहुंचने के लिए कहा गया है। यहां से ये मार्च कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर पहुंचेगा। इसी तरह अमरोहा में ये मार्च गांव कूबी से शुरू होगा। मेरठ में किसान कंकरखेड़ा फ्लाईओवर पर एकत्र होंगे और फिर ऊर्जा भवन पर पंचायत करेंगे। यहां राकेश टिकैत पहुंच सकते हैं।
मंडल अध्यक्ष बोले- पुलिस हमें रोकने की कोशिश न करे
भारतीय किसान यूनियन के मेरठ मंडल अध्यक्ष गुड्डू प्रधान ने कहा, ‘पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में ट्रैक्टर तिरंगा मार्च निकालने की तैयारी पूरी है। पहले ये मार्च 15 अगस्त को निकलना था। बाद में इसे 11 अगस्त को निकालने का फैसला लिया गया है। हर जनपद में मुख्यालयों पर प्रदर्शन किए जाएंगे। इन यात्राओं के रूट तय कर लिए गए हैं। पुलिस और प्रशासन हमें रोकने की कोशिश न करे, वरना ये आंदोलन और तेज किया जाएगा।’