अलीगढ़ (ब्यूरो चीफ दुष्यंत पचैरी)। तोची गढ़ गांव में श्रीमद् भागवत कथा का भव्य आयोजन चल रहा है उसमें राष्ट्रीय संत शिरोमणि बाल योगी पचौरी जी के मुखारविंद से कथा का रसपान सुनाया गया। कथा के छठे दिन श्री व्यास जी ने नीलकंठ महादेव काली दहन की कथा सुनाते हुए कहा कि मानव का मन ही कालिया नाग है। हमारा संकल्प और विकल्प ही फन है भगवान श्री कृष्ण से प्रार्थना करें कि हे भगवान हमारे मन रूपी नाग का दमन करो। भक्ति के बहाने इंद्रियों को बहलाने वाला जीवात्मा ही कालिया नाग है। गोवर्धन में हजारों भक्तों ने गिरिराज जी भगवान का पूजन किया। गोवर्धन लीला ज्ञान और भक्ति को बढ़ाती है गोवर्धन लीला में पशु पक्षियों को प्रसाद दिया गया। रासलीला ही भगवत भगवान के प्राण हैं। हृदय में पंचप्राण होते यह वियोग में योग लीला है। श्री बाल योगी पचैरी जी ने कहा कि पवित्र विचारों में ही जीवन सुधरता है। परमात्मा से प्रेम करने से जीवन पवित्र होता है, भगवान भक्तों के सभी संकल्प पूरे करते हैं। उन्होंने कहा कि रामअवतार में एक धोबी ने माता जानकी की निंदा की थी। वही धोबी द्वापर में कंस के वस्त्र धोकर सेवा करता था। निंदा नरक के समान होती है, एक निंदक के सिर पर सौ पापियों का भार होता है। धोबी का उद्धार करके कंस का उद्धार किया। उद्धव आगमन का प्रसंग वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि उद्धव ज्ञान की मूर्ति है, गोपियां प्रेम की ध्वजा हैं, उद्धव जी ज्ञानी तो हैं परंतु उनका हृदय प्रेम से शून्य है। इस प्रसंग में मधुर कहावत है कि जब भक्ति ज्ञान एक होता है तभी जीवन सार्थक होता है। कथा में रुक्मणी जी का विवाह भी संपन्न किया गया जिसमें धूमधाम से नाचते-गाते हुए श्रीकृष्ण और श्रीराधा रूपी कलाकर नृत्य करते हुए नजर आए। जिसे देखकर भक्तजन अति प्रसन्न हुए और मन में संकल्प किया कि हमें हमेशा भगवान के चरणों में स्थान मिलता रहे।
कथा के सुचारु रूप से संचालन एवं समस्त व्यवस्था में प्रदेश मीडिया प्रभारी दुष्यंत पचौरी, डॉ. प्रेम पचौरी, सुधीर गुप्ता, संजीव गुप्ता, रजत शर्मा, वीरेंद्र, अरुण कौशल, मास्टर गंगा सहाय, लाला राम, नवनीत गुप्ता, दिनेश शर्मा, विष्णु, पं. विद्या दत्त शर्मा, नीरज, देवी दत्त शर्मा, डॉ. तरुण कुमार, लाला भगवान दास, योगेंद्र सिंह, हरिओम गुप्ता एवं समस्त नगरवासी भक्तजनों का सराहनीय योगदान रहा।