मोदीनगर के गांव ढिढ़ार में विकास कार्य पर दो साल के अंदर खर्च किए गए 51 लाख रुपये में से सिर्फ दस लाख रुपये का विकास कार्य करने का आरोप लगाया गया है। एक ग्रामीण ने कोर्ट के आदेश पर ग्राम प्रधान, सचिव व पूर्व सचिव पर कोर्ट के आदेश पर मुरादनगर थाने में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कह रही है।
गांव ढिढ़ार निवासी रविन्द्र कुमार ने आरोप लगाया है कि तीन जुलाई 2021 से 17 मई 2023 तक गांव ढिढ़ार में ग्राम पंचायत द्वारा 51 लाख रुपये के विकास कार्य होना दर्शाया गया है। उनका आरोप है कि जबकि सिर्फ दस लाख रुपए के ही विकास कार्य कराए गए हैं। बाकी 41 लाख रुपये फर्जी वाउचर बनाकर खाते से निकाल लिए गए।
उन्होंने इसकी शिकायत जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी सहित कई उच्च अधिकारियों से की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो रविन्द्र कुमार ने कोर्ट में याचिका डाली। गाजियाबाद कोर्ट ने मुरादनगर पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
एसीपी नरेश कुमार ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर ग्राम प्रधान नवनीत कुमार, सचिव अरविंद कुमार व पूर्व सचिव मनोज पांडेय के खिलाफ धारा 406, 409, 420, 467, 458, 471 व 120 बी के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। ग्राम प्रधान नवनीत कुमार का कहना है कि मामले की जिलास्तर पर जांच चल रही है। जांच के बाद सब स्पष्ट हो जायेगा। उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताया है।