उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद में पूर्व पार्षद सहित छह लोगों पर पुलिसकर्मी से मारपीट करने, बलवा करने आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। 13 दिन पहले हूटर बजाकर रेड लाइट क्रॉस करने पर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था, हालांकि तब समझौता हो गया था। उधर, ट्रैफिक पुलिस ने सिपाही को सस्पेंड करते हुए विभागीय जांच शुरू कर दी है।
कांस्टेबल रविंद्र सिंह ने अभिषेक चौधरी, अर्पित चौधरी, चिराग चौधरी, नीरज चौधरी, निशांत चौधरी, चंद्रपाल चौधरी सहित अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ IPC सेक्शन- 147, 332, 353, 504, 506 में शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
कांस्टेबल के मुताबिक, ‘मैं थाना कोतवाली पर नियुक्त हूं। 16 जुलाई की रात चीता बाइक नंबर-6 पर गश्त कर रहा था। इस दौरान सूचना मिली कि चौधरी मोड़ पर कुछ लड़के ट्रैफिक पुलिस से झगड़ा कर रहे हैं। मैं मौके पर पहुंचा। वहां मॉडल टाउन चौकी के पास 8-10 लोगों सहित TSI रनधीर सिंह, कांस्टेबल रोहताश, हेड कांस्टेबल सरताज आलम मौजूद मिले। वो लड़के ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से हाथापाई करके एक व्यक्ति को जबरन छुड़ाने का प्रयास कर रहे थे। मैंने मोबाइल से वीडियो बनाई तो आरोपियों ने मेरा गला पकड़ लिया।’
बताया जा रहा है कि 16 जुलाई की रात पूर्व पार्षद अभिषेक चौधरी के भाई अर्पित चौधरी की ट्रैफिक कांस्टेबल रोहताश कुमार से हूटर बजाकर रेडलाइट क्रॉस करने पर कहासुनी हो गई थी। हालांकि उस वक्त दोनों पक्षों में समझौता हो गया था। इस समझौते के करीब 13 दिन बाद दूसरे सिपाही ने अर्पित चौधरी पक्ष पर बलवे सहित कई गंभीर धाराओं में एफआईआर करा दी है। उधर, गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि इस मामले में सिपाही रोहताश कुमार के निलंबन की कार्रवाई की जा चुकी है और जांच चल रही है।