गाजियाबाद के कौशांबी और पुराना बस अड्डा गाजियाबाद का निर्माण नवंबर से शुरू हो जाएगा। परिवहन निगम ने ओमेक्स लिमिटेड कंपनी से एलओआई (लेटर आफ इंटरेस्ट) साइन किया है। कंपनी ने सर्वे कर परिवहन निगम से बस अड्डों को शिफ्ट करने के लिए कहा है। दोनों बस अड्डों का निर्माण पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर होगा। 24 हजार वर्ग मीटर में होगा कौशांबी बस अड्डे का निर्माण।
कौशांबी बस अड्डे के निर्माण पर 266 करोड़ व पुराना बस अड्डा गाजियाबाद पर 120 करोड़ रुपये का बजट खर्च किया जाएगा। कौशांबी की लंबी रूट की बसों का संचालन दिल्ली के आनंद विहार से किया जाएगा। छोटे रूट की बसें कौशांबी से चलाई जाएंगी। ज्यादा से ज्यादा बसें कौशांबी से ही चल सकें इसके लिए परिवहन निगम ने यूपीसीडा से भी 5400 वर्ग फीट जमीन की मांग की गई है।
परिवहन निगम के अधिकारियों का कहना है कि बसों का संचालन कहां-कहां से होगा, इसके लिए मुख्यालय से बात चल रही है। इसका जल्द फैसला लिया जाएगा। पुराना बस अड्डा की बसों का संचालन अर्थला से किया जाएगा। अक्टूबर तक बस अड्डों को शिफ्ट करने व अन्य प्रक्रियाएं पूरी कर ली जाएंगी। नवंबर में बस अड्डों का निर्माण शुरू हो जाएगा।
कोर्ट में स्टे के कारण नहीं मिल पा रही
परिवहन निगम यूपीसीडी से जमीन के लिए लगातार वार्ता कर रहा है। कई बार अधिकारियों के साथ बैठक भी हो चुकी है। जमीन पर कोर्ट में स्टे होने के कारण परिवहन निगम को यह जमीन नहीं मिल पा रही है। लोगों के हित में जमीन उपयोग करने के लिए कोर्ट से मांग की जाएगी।
नवंबर से शुरू होगा गाजियाबाद बस अड्डे का निर्माण
24 हजार वर्ग मीटर में होगा कौशांबी बस अड्डे का निर्माण l बस अड्डे का निर्माण 24 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में होगा l हवाई अड्डे की तर्ज पर मिलेंगी लोगों को सुविधाएं l आराम के लिए कमरे, कैफेटेरिया, एटीएम, कैंटीन, पार्किंग, दुकानें होंगी
इस बारे में परिवहन निगम, क्षेत्रीय प्रबंधक, केसरी नंदन चौधरी ने बताया कि कौंशाबी व गाजियाबाद बस अड्डे का निर्माण करने के लिए कंपनी को टेंडर दे दिया है। बस अड्डों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया चल रही है। नवंबर तक काम शुरू कर दिया जाएगा।